अच्छाई यह कि किसी को मानसिक या शारीरिक कष्ट नहीं दे सकती ।
2.
समय की बढ़ती स्पीड के अनुसार, श्रोताओं को भी ऐसी रचनाओं में आनंद आता है जिसको सुनने में, किसी प्रकार का मानसिक या शारीरिक कष्ट नहीं...!
3.
(ख) ऐसे व्यक्ति के साथ कंट्रेक्ट करता है जिस की उम्र, बीमारी, या मानसिक या शारीरिक कष्ट के कारण मानसिक समर्थता अस्थाई या स्थाई रूप से प्रभावित है।
4.
उसके लिये भोजन पहुँचा या नहीं? किसी को मानसिक या शारीरिक कष्ट तो नहीं? इन सब बातों की आवश्यक जानकारी और उनकी पूर्ति समय पर यथारीति होती रहे।
5.
समय की बढ़ती स्पीड के अनुसार, श्रोताओं को भी ऐसी रचनाओं में आनंद आता है जिसको सुनने में, किसी प्रकार का मानसिक या शारीरिक कष्ट नहीं...!
6.
तब व्यक्ति इस बात को सोचने को मजबूर हो जाता है कि काश मैंने अपनी यात्रा शुभ मुहूर्त में प्रारंभ की होती तो होने वाली हानि, मानसिक या शारीरिक कष्ट यात्रा में न सहने पड़ते।